Saturday, November 12, 2011

बिड़ला परिवार का शुभ आगमन


इस नवंबर माह की आने वाली 13 तारीख, बिट्स पिलानी के लिए ऐतिहासिक सिद्ध होने जा रही है| बिट्स रुपी जिस वटवृक्ष की छाया में आज देश के नवयुवक पनप रहे हैं, वर्षों पहले उसी वृक्ष से शिक्षा रुपी फल की कामना के साथ बिड़ला परिवार ने एक नन्हा बीज बोया था| और आज अपनी उसी नवीन और दूरदर्शी क्रिया का जीता जागता परिणाम देखने, सम्पूर्ण बिड़ला परिवार का बिट्स की धरती पर आगमन होने जा रहा है| निस्संदेह ही यह हम सभी के लिए एक यादगार अनुभव साबित होगा|
कैम्पस की रौनक देखकर यह अंदाज़ा लगाया ही जा सकता है कि बिड़ला परिवार की यह छोटी सी यात्रा बिट्स और बिट्स वासियों के लिए कितनी प्रतीक्षित और महत्वपूर्ण है| छात्रों से लेकर शिक्षकों तक सभी में बिड़ला परिवार के आगमन पर उत्साह निहित है| इसके चलते विभिन्न मूर्तियों का नवीनीकरण, सड़कों की मरम्मत, उद्यानों व् मंदिर की सजावट आदि कई प्रकार के सकारात्मक परिवर्तन दृष्टिगोचर हो रहे हैं|
परन्तु सबसे बृहत परिवर्तन तो बिट्स के कुलाधिपति “डॉ. कुमार मंगलम बिड़ला” स्वयं अपने साथ ला रहे हैं| 13 तारीख को हो रहे आयोजन में बिड़ला जी अपनेसंबोधन मेंमिशन 2020 के तहत सम्पूर्ण नवीकरण योजना की सर्वप्रथम औपचारिक घोषणा करेंगे|वीडियो के माध्यम से भी पूरी योजना का सम्पूर्ण विवरण दिया जायेगा| इसके साथ ही लाइब्रेरी के सामने निर्मित होने वाले नए शैक्षिक भवन की भी नींव राखी जायेगी| इस समारोह का गौरव बढ़ाने हेतु “हाफ़िज़ कॉन्ट्रैक्टर” तथा “सोमय” और “कलप्पा” नामक प्रसिद्ध आर्किटेक्ट्स भी उपस्तिथि रहेंगे जोबिट्स को नया स्वरुप देने में अहम योगदान देने वाले हैं| साथ ही इस अवसर पर बिट्स के छात्रों द्वारा संगीतमयप्रस्तुतियाँ भी होंगी|
संस्थान के निर्देशक रघुरामा सर ने सभी छात्रों से अनुरोध किया है कि 2 बजे से औडी में कार्यक्रम की शुरुआत होगी अतः सभी छात्रों को 15 मिनट पूर्व वहाँ स्थान ग्रहण करना होगा|उन्होंने आशा जताई है कि सभी छात्र अतिथियों के समक्ष कैम्पस की मर्यादा बनाये रखेंगे और पूरे उत्साह के साथ ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे|
इसमें कोई दोराय नहीं है कि आने वाली 13 तारीख बिड़ला परिवार के सदस्यों के संग हमारे लिए अत्यंत यादगार सिद्ध होगी| यह मात्र बिड़ला परिवार का आगमन नहीं होगा अपितु उनकी यह यात्रा बिट्स के आने वाले सुनहरे भविष्य की बुनियाद स्थापित करने में सहायक होगी| 

Wednesday, August 31, 2011

सीधी बात... टॉपर्स के साथ : राघवेन्द्र प्रद्युम्न


दीक्षांत समारोह के पश्चात् स्वर्ण पदक विजेता ‘राघवेन्द्र प्रद्युम्न’ ने बिट्स में बिताए गए अपने 4वर्षों के समय को अपने जीवन का अब तक का सर्वश्रेष्ठ समय बताया और इसका श्रेय उन्होंने अपने मित्रों को दिया| चार वर्ष की पढ़ाई के दौरान उन्होंने प्रत्येक विषय में ‘A’ ग्रेड प्राप्त किया| इसके अतिरिक्त वे ‘आंध्र समिति’ के सदस्य व EEE Assoc’ के समन्वयक रहे| उन्होंने ‘रिमोट लैब्स’, ‘ड्रेन बैमेज’ व ‘रोबोट’ से सम्बंधित प्रोजेक्ट पर कार्य किया जिसके कारण उन्हें GE FOUNDATION AWARD प्राप्त हुआ| चतुर्थ वर्ष में अपने सभी घनिष्ट मित्रों के साथ ‘राजामुंद्री’ का भ्रमण उनका सबसे यादगार समय है| पढाई में उत्तम प्रदर्शन का श्रेय वे इसके प्रति अपने समर्पण और श्रद्धा को देते हैं|
‘डिजिटल इलेक्ट्रोनिक’ व ‘कंप्यूटर आर्गनाईज़ेशन एनालॉग’ उनके प्रियतम विषय व ‘बैडमिंटन’ उनका पसंदीदा खेल रहा है| उनके अनुसार ‘अनुसंधान में वृद्धि’ बिट्स के लिए आवश्यक बदलाव है| उनका चयन ‘NVIDIA GRAPHICS’ में हुआ है, किन्तु वे कुछ समय कार्य करने के बाद VLSI में MS करना चाहते हैं | कक्षाओं में ऐच्छिक उपस्थिति के पक्षधर प्रद्युम्न बिट्सियन्स को नियमित कक्षाओं में जाने व क्लब एवं डिपार्टमेंट्स की गतिविधियों में भाग लेते रहने का सन्देश देते हैं |
उनका अनमोल संदेश-“GROW, NEVER REST, MAKE FRIENDS AND NOTHING SHOULD BE ENOUGH FOR YOU.”

सीधी बात... टॉपर्स के साथ : सुरभि गर्ग

दीक्षांत समारोह के बाद हिंदी प्रेस क्लब की मुलाक़ात सिल्वर मेडलिस्ट सुरभि गर्ग से हुई | चार वर्ष के उपरांत उनका CGPA 9.95 है व इस दौरान उनको सिर्फ एक ही विषय – माइक्रोप्रोसेसर प्रोग्रामिंग एण्ड इंटरफेसिंग (µP) में ‘B’ मिला | पढ़ाई के साथ-साथ सुरभि झंकार का भी हिस्सा थीं | इतने अच्छे प्रदर्शन के लिए उनकी प्रेरणा के बारे में उन्होंने बताया कि प्रथम वर्ष में उन्हें मैकेनिकल से इलेक्ट्रिकल एण्ड इलेक्ट्रोनिक्स में ट्रांसफर लेना था और एक बार इतनी अच्छी CGPA हासिल करने के बाद वे हमेशा उसको बनाए रखना चाहती थीं | हालाँकि बिट्स से उनका कैम्पस प्लेसमेंट INTEL में हुआ था और वो टेक्निकल क्षेत्र में ही आगे जाना चाहती थीं लेकिन जब उन्होंने CAT की परीक्षा दी, जिसमें उन्हें 98.75 परसेन्टाइल प्राप्त हुई तो अंततः उन्होंने IIM-Bangalore चुना | जब हमने उनसे पूछा कि ऐसी क्या चीज़ थी जो वो बिट्स में हमेशा करना चाहती थीं पर कभी कर नहीं पाईं तो उन्होनें बताया कि वे एक बार क्लाक टॉवर के ऊपर चढ़ना चाहती थीं | उन्होनें ये भी बताया कि ओएसिस के दौरान बिताया गया समय उनके लिये बिट्स में बिताया गया सबसे सुंदर समय रहा और वो उसे हमेशा याद रखेंगी | उन्होंने बिट्सियन जनता के लिये यह संदेश दिया कि “Study Hard but Play Harder”....बिट्स में अपने पूरे समय को जी भर के जीयें’ |

सीधी बात... टॉपर्स के साथ : अनूप ज्योति डेका

समारोह में रजत पदक से सम्मानित अनूप ज्योति डेका ने अपने अनुभव तथा खट्टी – मीठी यादों को हिंदी प्रेस क्लब से बाँटा | चार वर्ष के उपरांत उनका CGPA 9.95 है व उनका एकमात्र ‘B’ EG में लगा था | उन्होंने बिट्स में बिताए गए अपने समय को जीवन का अनोखा अविस्मरणीय समय बताया | उनके अनुसार बिट्स सर्वांगीण विकास के लिए आदर्श स्थान है | पढ़ाई में शानदार प्रदर्शन के लिए उन्होंने अपने मित्रों का आभार व्यक्त किया | पढ़ाई के साथ साथ उन्होंने EEE असोसिएशन के सक्रिय सदस्य के रूप में भी कार्य किया | उन्होंने कहा “मैंने पदक के बारे में कभी सोचा नहीं था, यह तो मेरी निरंतर मेहनत का परिणाम है” |
उत्तम प्रदर्शन के पीछे उन्होंने अथक परिश्रम को उत्तरदायी बताया| उनके अनुसार प्रश्नपत्रों में गणितीय भाग की तुलना में तार्किक प्रश्नों का समावेश अधिक करना चाहिए| उनका चयन INTEL एवं NVIDIA में हुआ था लेकिन उन्होंने प्रथम वरीयता INTEL को दी| कुछ समय कार्य करने के पश्चात् वे M.S. करना चाहते हैं | अपने अनुजों को सन्देश देते हुए उन्होंने कहा कि ज्ञानार्जन पर ध्यान दें, अंको पर नहीं| प्रोजेक्ट्स का चयन रूचि के आधार पर करें और जो भी करें उसमे अपना सर्वश्रेष्ठ दें|
दीक्षांत 

Friday, August 26, 2011

छात्र संघ अध्यक्ष : संजय आथ्रेयासा










एच.पी.सी.- बिट्स पिलानी के छात्र संघ का प्रेसिडेंट बनने के लिए बहुत-बहुत बधाइयाँ !!
यह जीत आपके लिए क्या मायने रखती है और यह आपके लिए कितनी ज़रूरी थी ?

संजय - छात्र संघ का प्रेसिडेंट बनना मेरे लिए एक सम्मानजनक बात है यह मेरा अभी तक का बिट्स में सबसे अच्छा अनुभव रहा है मुझ पर लोगों का विश्वास देखकर मैं बहुत खुश हूँ यह मेरे लिए इसलिए ज़रूरी था क्योंकि इससे मुझे यह ज्ञात हुआ कि लोग मेरी विचारधारा को स्वीकार करते हैं |

एच.पी.सी.- लोग कह रहे हैं कि ऑडी डिबेट ने सारे चुनावी समीकरण बदल दिए और आपके जीतने की संभावनाएं बढ़ा दीं क्या आप सहमत हैं ?
संजय - ऑडी डिबेट मेरे लिए एक वरदान के समान था सामाजिक तौर पर मैं लोगों से कम मिलता था कंप्यूटर को मैं अपना सबसे अच्छा दोस्त मानता था लेकिन ऑडी डिबेट के बाद मुझे अपनी बात को पूरे बिट्स के सामने रखने का एक मंच प्राप्त हुआ मेरा आत्मविश्वास मेरी कही गई बातों में झलक रहा था यहाँ तक कि अंतिम वर्ष के छात्र भी मुझसे प्रभावित हुए|

एच.पी.सी.- ऐसी खबर थी कि आपने सौरभ महाजन के साथ कोई समझौता किया था इस चुनावी दांव की क्या ज़रूरत थी और इससे आपको कितना फायदा हुआ ?
संजय - चुनाव प्रचार के वक्त सौरभ और मेरे बीच कोई समझौता नहीं था हम दोनों दोस्त हैं और इसीलिए प्रचार के समय दोस्तों ने हम दोनों के अभियान में मदद करी |

एच.पी.सी. आप घोषणापत्र में से सर्वप्रथम कौनसा काम पूरा करेंगे ?
संजय - मैंने "M.A.R.S" से सम्बन्धी लोगों से बात की है अत: मैं उसे ही सबसे पहले पूरा करना चाहूँगा|

एच.पी.सी.- पिछले वर्ष आप विपुल के खिलाफ एच-रैप के चुनाव में हारे थे और इस वर्ष आप प्रेज़ के चुनाव में जीते इस बीच किस बात ने आपको उत्प्रेरित किया ?

संजय - एक शब्द में कहा जाए तो वो होगा -"आशा" प्रेसिडेंट बनने का सपना मैं हमेशा देखता आया हूँ मैं छात्र संघ की करीब 85% बैठक में उपस्थित रहा हूँ और यही मेरे प्रेरणा का स्रोत बना |

एच.पी.सी.- अपने प्रतिद्वंदी के घोषणापत्र में से कौन सा बिंदु पूरा करना चाहेंगे ?
संजय - विरोधी के तो नहीं, पर गत वर्ष के उम्मीदवार साई तेजा के घोषणापत्र का एक बिंदु था - "प्रेसिडेंशियल एड्वाईज़री बोर्ड" , उसे मैं पूरा करना चाहूँगा|


एच.पी.सी.- बिट्सियन्स के लिए कोई सन्देश ?
संजय - मैं बिट्सियन्स का शुक्रगुज़ार हूँ मैं उनकी आशाओं पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूँगा|