पता नहीं, आपको विश्वास हो रहा है कि नहीं, लेकिन यहाँ सभी यह सोचते हुए ही सहम जाते हैं की जो FD, जो लॉन, जो ऑडी, जो सड़क पिछले 4 दिनों तक लोगों के मेले से मिला हुआ था, आज फ़िर से सूना पड़ जाएगा और वो भी जब ख़ुद बिट्सियन्स दिवाली के लिए घर जा चुके हैं या चले जाएँगे | यह बात तो पक्की है की दिवाली पर यहाँ जो भी छात्र ठहरेंगे, ये सबसे खाली दिवाली रहेगी | आज से वो रातों जागना, ऑडी में हल्ला करना, सड़कों पर दोस्तों के साथ बिंदास गाना गाते हुए चलना, इधर-उधर "बर्ड वाचिंग" करना, किसी को साथ में डांस करने के लिए C-Lawns खींच कर ले जाना, M-Lawns में गेम्स खेलना और एक टी-शर्ट जीतने पर हल्ला करना, इवेंट्स में जीतने के लिए जी-जान लगा देना, चाट-पूड़ी खाना और सबसे पहले इतनी खुली हवा का आनंद उठाना, शायद काफ़ी लोगों को एक साल का इंतज़ार करना पड़ेगा |
अगर इस ओएसिस की समीक्षा करें तो सभी प्रॉफ शो बेहतरीन रहे और जनता का हर इवेंट में जोश काफ़ी जोशीला रहा | जहाँ लोगों ने DJ में अपने पाँव थिर्काए वहीँ पासिंग द पिल्लो जैसे गेम्स में कई लोगों ने काफ़ी कुछ जीता भी | सभी ने इस मस्ती भरे 4 दिनों का पूरा पूरा फायदा उठाया [कुछ पुरूस्कार जीत रहे थे तो कुछ दिल जीतने में भी सफल रहे] |
खैर इस उम्र में अगर कोई इन सब मस्ती से वंचित रह जाता है, तो शायद ज़िन्दगी में हमेशा के लिए मन में ग्लानी रह जाएगी |
जो भी बिट्सियन्स घर या ट्रिप पर गए हैं और जो इच्छुक लोग आ नहीं सके उनसे बस यही कहना चाहेंगे कि अगले ओएसिस की तैयारियों में जुट जाएं | इस बार ना सही अगली बार ही सही पर ओएसिस जैसे ज़बरदस्त सांस्कृतिक त्यौहार में ज़रूर आईयेगा | आपका हमेशा स्वागत है |
सभी स्टूकंस, क्लब के संयोजकों, डीन, प्रोफेसर और बाकी सभी लोगों को जिन्होनें इस फेस्टिवल को एक ज़बरदस्त हिट बनाने के लिए अथक प्रयास किया है, को बहुत-बहुत शुभकामनाएं और धन्यवाद | सभी प्रायोजकों को भी बहुत-बहुत धन्यवाद और आशा करते हैं की आप से अगले त्यौहार में फ़िर से मुलकात होगी |
सभी बाहर से आए प्रतियोगियों को भी धन्यवाद जिन्होनें अपने जोश से इस फेस्टिवल में जान डाल दी और आपसे हम फ़िर से रूबरू होना पसंद करेंगे |
सभी जीतने वालों को बधाई और ना जीतने वालों को बस इतना की अगले साल फ़िर से कोशिश करियेगा | आख़िर कोशिश करने पर ही जीतेंगे और वो क्या कहते हैं, कोशिश करने वाले कभी हारते नहीं हैं |
तो अगले पोस्ट, अगले ओएसिस, अगले जोश और अगले जूनून तक के लिए आपसे विदाई लेना चाहेंगे |
आप जहाँ भी रहें, खुश रहें, आबाद रहें और हमेशा मुस्कुराते रहें |
"चार लाईनों" में कहना चाहेंगे :
"अजब सी" खुशबू मन में रह गई है,
"धूम" और जोश इस दिल में घर कर गई हैं |
दिल में हंसी और रोना दोनों साथ-साथ आएँगे,
"बीते लम्हें जब भी याद आएँगे" ||
"बीते लम्हें जब भी याद आएँगे" ||
[कैम्पस की बातों के साथ चलने के लिए ब्लॉग पढ़ते रहें और हमारे प्रकाशन भी डाउनलोड करके पढ़ें]
-ओएसिस हिन्दी प्रेस परिवार - 08 की तरफ़ से आप सभी को सलाम !!!