Friday, November 28, 2008

अपनी जिंदगी कुछ हमारे साथ भी - Share your life with us.!!!

यह पोस्ट बिट्स के सभी Psenti-Semites के लिए खुला है | कृपया अपने विचार Comments section में लिखें |

This Post is open to all BITSian Psenti-Semites. Write in the Comments Section.



यह
पोस्ट उन सभी Psenti-Semites के लिए है जो अपने अनुभव ओर बिट्सियन लाइफ हम सब के साथ बाँटना चाहते हैं | कृपया अपने 4/5 सालों की कुछ खट्टी-मीठी बातें इस पोस्ट के "कमेन्ट" सेक्शन में लिखें |आप हिन्दी/अंग्रेज़ी किसी भी भाषा में लिख सकते हैं |

बहुत शुभकामनाएँ,
हिन्दी प्रेस परिवार
बिट्स पिलानी


This post is for all the Psenti-Semites who would like to share their experiences and BITSian life with us. Feel free to share some nice incidents of your 4/5 years of stay at BITS.Write in the comments section of this post.You can write both in Hindi/English as you wish.

All the Best,
Hindi Press Club
BITS Pilani

Saturday, November 1, 2008

चित्रों में ओएसिस - 08 "युनियो मिस्टिका "

उदघाटन समारोह

आर्ट-एन-डी प्रस्तुति

माईम क्लब

डांस क्लब

एलुमनाई बैंड

के.के

यूफोरिया
स्ट्रीट प्ले
हास्य कवि सम्मलेन

कोरीओ

ऑडिटोरियम में जनता

समापन समारोह

Saturday, October 25, 2008

एक साल की लम्बी प्रतीक्षा शुरू हो चुकी है !!!

यह इस ओएसिस के लिए अन्तिम पोस्ट है [वैसे आपको हम कुछ दिनों बाद ओएसिस की कुछ ख़ास तस्वीरों से भी विदित कराएँगे..वो देखना ना भूलियेगा]| अब ओएसिस-08 समाप्त हो चुका है | कहते हुए तो खुशी नहीं होती है पर भारी मन से ही सही, लेकिन हाँ, ओएसिस-08 समापन समारोह के साथ समाप्त हो चुका है |
पता नहीं, आपको विश्वास हो रहा है कि नहीं, लेकिन यहाँ सभी यह सोचते हुए ही सहम जाते हैं की जो FD, जो लॉन, जो ऑडी, जो सड़क पिछले 4 दिनों तक लोगों के मेले से मिला हुआ था, आज फ़िर से सूना पड़ जाएगा और वो भी जब ख़ुद बिट्सियन्स दिवाली के लिए घर जा चुके हैं या चले जाएँगे | यह बात तो पक्की है की दिवाली पर यहाँ जो भी छात्र ठहरेंगे, ये सबसे खाली दिवाली रहेगी | आज से वो रातों जागना, ऑडी में हल्ला करना, सड़कों पर दोस्तों के साथ बिंदास गाना गाते हुए चलना, इधर-उधर "बर्ड वाचिंग" करना, किसी को साथ में डांस करने के लिए C-Lawns खींच कर ले जाना, M-Lawns में गेम्स खेलना और एक टी-शर्ट जीतने पर हल्ला करना, इवेंट्स में जीतने के लिए जी-जान लगा देना, चाट-पूड़ी खाना और सबसे पहले इतनी खुली हवा का आनंद उठाना, शायद काफ़ी लोगों को एक साल का इंतज़ार करना पड़ेगा |

अगर इस ओएसिस की समीक्षा करें तो सभी प्रॉफ शो बेहतरीन रहे और जनता का हर इवेंट में जोश काफ़ी जोशीला रहा | जहाँ लोगों ने DJ में अपने पाँव थिर्काए वहीँ पासिंग पिल्लो जैसे गेम्स में कई लोगों ने काफ़ी कुछ जीता भी | सभी ने इस मस्ती भरे 4 दिनों का पूरा पूरा फायदा उठाया [कुछ पुरूस्कार जीत रहे थे तो कुछ दिल जीतने में भी सफल रहे] |
खैर इस उम्र में अगर कोई इन सब मस्ती से वंचित रह जाता है, तो शायद ज़िन्दगी में हमेशा के लिए मन में ग्लानी रह जाएगी |
जो भी बिट्सियन्स घर या ट्रिप पर गए हैं और जो इच्छुक लोग नहीं सके उनसे बस यही कहना चाहेंगे कि अगले ओएसिस की तैयारियों में जुट जाएं | इस बार ना सही अगली बार ही सही पर ओएसिस जैसे ज़बरदस्त सांस्कृतिक त्यौहार में ज़रूर आईयेगा | आपका हमेशा स्वागत है |
सभी स्टूकंस, क्लब के संयोजकों, डीन, प्रोफेसर और बाकी सभी लोगों को जिन्होनें इस फेस्टिवल को एक ज़बरदस्त हिट बनाने के लिए अथक प्रयास किया है, को बहुत-बहुत शुभकामनाएं और धन्यवाद | सभी प्रायोजकों को भी बहुत-बहुत धन्यवाद और आशा करते हैं की आप से अगले त्यौहार में फ़िर से मुलकात होगी |
सभी बाहर से आए प्रतियोगियों को भी धन्यवाद जिन्होनें अपने जोश से इस फेस्टिवल में जान डाल दी और आपसे हम फ़िर से रूबरू होना पसंद करेंगे |

सभी जीतने वालों को बधाई और ना जीतने वालों को बस इतना की अगले साल फ़िर से कोशिश करियेगा | आख़िर कोशिश करने पर ही जीतेंगे और वो क्या कहते हैं, कोशिश करने वाले कभी हारते नहीं हैं |
तो अगले पोस्ट, अगले ओएसिस, अगले जोश और अगले जूनून तक के लिए आपसे विदाई लेना चाहेंगे |
आप जहाँ भी रहें, खुश रहें, आबाद रहें और हमेशा मुस्कुराते रहें |

"चार लाईनों" में कहना चाहेंगे :
"अजब सी" खुशबू मन में रह गई है,
"धूम" और जोश इस दिल में घर कर गई हैं |
दिल में हंसी और रोना दोनों साथ-साथ आएँगे,
"बीते लम्हें जब भी याद आएँगे" ||
"बीते लम्हें जब भी याद आएँगे" ||

[कैम्पस की बातों के साथ चलने के लिए ब्लॉग पढ़ते रहें और हमारे प्रकाशन भी डाउनलोड करके पढ़ें]

-ओएसिस हिन्दी प्रेस परिवार - 08 की तरफ़ से आप सभी को सलाम !!!

फैशन परेड

फैश-पी एक ऐसा कार्यक्रम है जिसकी जनता सबसे ज़्यादा इंतज़ार में रहती है | और इस इंतज़ार को सही अंजाम तक पहुंचाते हैं वो तमाम प्रतिभागी जो इसमें हिस्सा लेते हैं |
फैश-पी शाम 6 बजे शुरू हुआ और इसमें करीब 7 टीमों ने हिस्सा लिया | लोगों में इस कार्यक्रम के लिए उत्साह देखते ही बनता था | सब अपने-अपने कॉलेज का हौसला-अफजाई करने के लिए ज़ोर-ज़ोर से नारे लगा रहे थे | लेकिन किसी भी चीज़ के दायरे को पार करने के बाद वो चीज़ हर एक के लिए ख़राब हो जाती है | कार्यक्रम बिल्कुल सुगम चल रहा था पर बीच ही में कुछ छात्रों ने अपने कॉलेज के लिए नारे लगाने शुरू किए जिसपे बाकी लोगों ने साथ मिलकर विरोध में नारे लगाए | अगर यह बात कार्यक्रम के बीच में ना हो कर बाद में होती तो शायद ज़्यादा बुरी बात ना होती | इससे प्रतिभागी भी अपनी प्रस्तुति देते वक्त ध्यान से बंट जाता है जो कि सभी पढ़े-लिखे युवाओं को समझना चाहिए |
खैर इन सब बातों के बीच भी फैश-पी अच्छी तरह संपन्न हुआ | जनता की राय लें तो पिछले बार के मुकाबले इस बार फैश-पी काफ़ी फीका रहा |
फ़िर भी हम सभी प्रतिभागियों के अथक प्रयास के लिए बधाई और धन्यवाद देना चाहते हैं |

कोरीओ और राज़मटाज़

कोरीओ
कोरीओ को बारे में आपको जानकारी दे दें की यह एक ऐसा नृत्य इवेंट है जिसमें शायद सभी टीमें सबसे ज़्यादा मेहनत करती है | इसमें टीमों को खुली छुट होती है कि आप अपना गाना चुनें और अपने तरह से नृत्य करें |
यह कार्यक्रम को हास्य कवि सम्मलेन के साथ अदला बदली कर दिया गया था क्योंकि श्री सुरेन्द्र जी और श्री शम्भू शिखर जी को आगे के कार्यक्रम के लिए जाना था | खैर जब यह कार्यक्रम के लिए हम ऑडी में पहुंचे तो लोगों ने गज़ब का स्वागत किया | चारों तरफ़ हवाई जहाज उड़ रहे थे [कागजों वाला] | शायद पूरी जनता ओएसिस के मुख्य अतिथि की बातों से प्रभावित हो गए थे | उन्होंने अपने स्वागत भाषण में बाते था कि उनके समय में ऐसा काफ़ी हुआ करता था |
तो इसके बाद एक से बढ़ कर एक कार्यक्रम शुरू हुए और सभी कॉलेजों ने ज़बरदस्त प्रदर्शन दिया | लोगों ने हर भावनाओं को अपने नृत्य के जरिये प्रस्तुत करने की कोशिश की और सफल भी रहे |
कुछ बचपन को, तो कुछ यौवन को अपने नृत्य के जरोये दर्शा रहे थे | बिट्स ने "रेन ऑफ़ टेरर" नाम से अपनी प्रस्तुति दी जिसमें 11 सितम्बर को केंद्रित करके नृत्य प्रस्तुति हुई | डांस क्लब की प्रस्तुति काफ़ी प्रशंसनीय रही |
पूरी तरह से कहें तो सभी के प्रदर्शन अच्छे रहे और सभी को हमारी तरफ़ से हार्दिक शुभकामनाएं |

राज़मटाज़
राज़मटाज़ - यह इवेंट के लिए बस जनता का एन्थु देखते ही बनता था | कोरीओ के बाद यह इवेंट सुबह 4:00 बजे शुरू हुआ और जनता की भीड़ पूरे ऑडी को घेरे हुए थी | खैर सभी इंतज़ार के बाद जब यह शुरू हुआ तो स्टेज पर कुल 6 टीमों ने हिस्सा लिया और अपनी प्रस्तुति दी | इसमें कुल 3 राउंड थे | पहले राउंड में अपनी प्रस्तुति देनी थी | दूसरे राउंड में गानों को बदला जा रहा था और प्रतिभागियों को गानों के अनुसार अपने नृत्य में परिवर्तन लाना था | इस राउंड में एक समय में कम से कम 3 लोगों को स्टेज पर रहना था | यह काफ़ी मजेदार रहा लेकिन 2 टीमों को इसमें काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा | फ़िर भी इतने बड़े मंच पर उनका प्रयास काफ़ी सराहनीय रहा | तीसरे राउंड में सभी टीमों को 1-1 "प्रॉप्स" दिए गए जैसे की थाली, तकिया, लाठी, छाता, इत्यादि | इसमें प्रतियोगियों को अपने प्रॉप्स का इस्तेमाल करके किसी एक गाने पर नाचना था | सब कुछ वहीं स्टेज पर सोच कर उस पर नाचने पर निर्भर कर रहा था | दर्शकों ने इस राउंड का खूब आनंद उठाया और सभी टीमों ने इसमें काफ़ी अच्छी प्रस्तुति दी | कभी नांव तो कभी चापाकल बनाकर उन्होंने इस राउंड में अपनी रचनात्मकता को दर्शाया | राज़मटाज़ सुबह 6:15 पर ख़त्म हुआ |

Friday, October 24, 2008

आज : 24/10/2008 , शुक्रवार के कार्यक्रम

ऑडी
1230 hrs - ब्लैब फाइनल
1630 hrs - फैश-पी
2000 hrs - समापन समारोह

ET-2220
1000 hrs - मौक-पी फाइनल
1200 hrs - फिल्मी-मुकाबला फाइनल
1500 hrs - द डे आफ्टर

2219
1430 hrs - क्षणिका फाइनल

FD-II QT
0900 hrs - ब्लैब E-2
1100 hrs - ऐड मैड
1500 hrs - डेज़र्ट डूएल

5106
1100 hrs- वर्डस्टॉक

SKY
1500 hrs - टर्मिनेटर

उपरोक्त कार्यक्रम किसी भी पूर्व सूचना के बिना परिवर्तन के अधीन है। किसी भी प्रश्न के लिए कोन्ट्रोल्ज़ विभाग से संपर्क करें |

लौंज पिरान्हा का पहला पिलानी सफर..

तो आगे बढ़ते हैं और आपको जानकारी देते हैं लौंज पिरान्हा के बारे में |
जैसा की आपको पहले के पोस्ट से पता चला होगा, लौंज पिरान्हा बंगलोर में स्थित एक बैंड है जो कि 2004 में अस्तित्व में आया था | 23 की सुबह करीबन 3:30 बजे इस बैंड ने अपनी प्रस्तुति शुरू की और जैसा की हम सब यहाँ ओएसिस की "एन्थु" जनता को तो जानते ही हैं, ने पूरे जोश के साथ इस उभरते बैंड का स्वागत किया |
कुछ देर बाद उन्होंने दर्शकों को आगे की ओर बुला लिया जिससे जनता में और जोश आ गया | भले ही वो पूरा हार्ड-रॉक नहीं गा रहे हों पर जो सॉफ्ट-रॉक का बेहतरीन अंदाज़ उन्होंने पेश किया, वो काफ़ी प्रशंसनीय रहा जिसका प्रमाण इस शो का सुबह 6:30 बजे ख़तम होना है और वो भी "वंस मोर" के नारे-बाज़ी के साथ |
यह बैंड ने सभी गाने अपने ही बनाए हुए गाए और बीच में अपने बैंड की लोकप्रियता के लिए स्टिकर्स भी बाँटें |
कुल मिलकर सारे प्रोफ शो इस ओएसिस में ज़बरदस्त रहे और हम सभी आयोजकों का धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होनें इतनी मेहनत से इन सब आयोजनों को सफल बनाया |

लौंज पिरान्हा के बारे में और जानने के लिए यहाँ क्लिक करें |

Thursday, October 23, 2008

धूम पिचक धूम ....

कल के कार्यक्रम में सबसे पहले आपको यूफोरिया की जानकारी देते हैं :
यूफोरिया ने वो क्या कहते हैं बिट्सियन भाषा में ?...हाँ...फोड़ दिया | गज़ब की उर्जा और अच्छे गानों का चयन | जनता यूफोरिया देखने 2 घंटे पहले ही ऑडी के सामने शोर मचाने लगी थी | दरअसल जनता तो टाइम पर ही गई पर शो 2 घंटे देरी से शुरू हुआ | खैर शो शुरू होने के बाद तो जैसे रुकना ही ना चाहती हो | यूफोरिया के पलाश सेन ने यूफोरिया के बनाए हुए गानों के साथ नए पुराने गानों को भी गाया जिसपे जनता पूरे समय झूमती रही | शुरुआत में जनता बोर होने लगी लेकिन जब पलाश ने एक बार सभी लाईट बंद करने को कहा तो सभी आश्चर्य करने लगे और तभी पलाश ने सभी को अपने मोबाइल शुरू करने को कहा और उसके बाद जो नज़ारा देखने को मिला उसे शब्दों में बयान करना बहुत ही मुश्किल क्या नामुमकिन है | इसके बाद शो ने गति पकड़ ली और माईरी, धूम पिचक धूम, इत्यादि गानों से सुसज्जित रही | इसके अलावा पुराने गाने मोहम्मद रफी और अभी के रॉक ऑन के गानों को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया गया| जब जनता ने माईरी गाने को पलाश के साथ गया तो उनकी आँखें नम हो गईं और उन्होंने दर्शकों को धन्यवाद दिया | कुल मिलकर यूफोरिया ने काफ़ी अच्छी प्रस्तुति दी |
लौंज पिरान्हा और अन्य इवेंट के बारे में जानकारी बाद में .....

आज : 23/10/2008 , गुरूवार के कार्यक्रम

ऑडी
0900 hrs - आन्धोलिका
1200 hrs - ओएसिस क्विज
1630 hrs - कोरीओ फाईनल
1900 hrs - कवि सम्मलेन
2200 hrs - राज़मटाज़
0300 hrs - ओएसिस अनप्लग्ड

ET-2220
1100 hrs - मेड ऑफ़ म्युजेज़
1330 hrs - इन्स्टैन्ट-अ-नीउज़
1700 hrs - इन रेजोनेंस
2100 hrs - धरोहर

2217
0930 hrs - डेज़र्ट डूएल एलिम्स
1200 hrs - फैश-पी एलिम्स

2219
1000 hrs - मौक-पी एलिम्स 2
1530 hrs - कौन बनेगा पत्रकार - फाइनल
1930 hrs - एन्टरटेनमेंट क्विज

FD-II QT
1100 hrs - माईम
1330 hrs - एक्ट न रीएक्ट
1900 hrs - मिस्टिक स्पूफ्स
2400 hrs - कैरीओके नाइट

5105
2100 hrs- ब्लैब एलिम्स -1

झंकार
1600 hrs - 60 सेकंड्स टू फेम

कृष्ण मार्ग
1500 hrs - बाइक्स स्टंट

SAC Amphitheatre
1800 hrs - स्पॉटलाइट

SAC Hall
1500 hrs - डांस वर्कशॉप
1930 hrs - डांस वर्कशॉप

SKY
1100 hrs - स्टोक्स
1500 hrs - स्प्लैश

उपरोक्त कार्यक्रम किसी भी पूर्व सूचना के बिना परिवर्तन के अधीन है. किसी भी प्रश्न के लिए कोन्ट्रोल्ज़ विभाग से संपर्क करें |

Wednesday, October 22, 2008

लौंज पिरान्हा पे एक नज़र..

लौंज पिरान्हा एक चार सदस्यीय बैंड है जिसका जन्म बैंगलोर में हुआ था | अभी तक इस बैंड ने पूरे देश में 50 से ऊपर प्रस्तुतियां दे दी हैं और वो भी बस 3 साल के अंतराल में | एक उपलब्धि एल.पी की यह रही है कि इसे इंडियन टी.ऍफ़.ए अवार्ड - 2007 से नवाजा जा चुका है | अब धीरे धीरे एल.पी की लोकप्रियता बढ़ रही है और इस तरह इनका फैन क्लब भी | लोग अब इन्हें इन्टरनेट और रेडियो पर भी सुनना पसंद करते हैं | एल.पी में एक डी.जे. और वीडियो प्रक्षेपक की मदद से ये काफ़ी प्रयोग करते रहते हैं और इस कारण यह काफ़ी मौलिक, उर्जित और नए जेनरेशन की नज़र में आने वाला है | एल.पी भारतीय रॉक क्षेत्र में उभरता हुआ सितारा है |
तो आईये इस उगते हुए सितारे को सलाम करते हुए इस ओएसिस इनका दिल-ओ-जान से स्वागत करते हैं |

आज : 22/10/2008 , बुधवार के कार्यक्रम

ऑडी
0900 hrs - स्टेज प्लेज
1830 hrs - यूफोरिया
2300 hrs - लौंज पिरान्हा
0100 hrs - रॉक्टेव्स

ET-2220
1230 hrs - गब्बर मिक्स
1300 hrs - ए.वी.क्विज

2217
0830 hrs - राज़मटाज़ एलिम्स
1430 hrs - तांडव

2219
1000 hrs - कर्नाटिक शास्त्रीय एवं वाद्य
1200 hrs - हिन्दुस्तानी शास्त्रीय एवं वाद्य
1500 hrs - ऐड इफेक्ट
2100 hrs - वर्डस्टॉक एलिम्स

FD-II QT
1200 hrs - इशारों ही इशारों में
1600 hrs - ऐक्सेटैसी
2100 hrs - वेस्टर्न अकुस्टिक जैम
0030 hrs - एस.ए.टी.एम

5101
1130 hrs - ओएसिस डीबेट सेमीफाइनल
1600 hrs - ओएसिस डीबेट फाइनल

5103
0900 hrs - मेटामोर्फोसिस
1130 hrs - ओएसिस डीबेट सेमीफाइनल
1600 hrs - इम्प्रोवाईज़

5104
1000 hrs - क्षणिका E 2
1300 hrs - PAP
1400 hrs - कविता क्विज
1630 hrs - स्पिन

5106
1100 hrs- कौन बनेगा पत्रकार - E
1330 hrs - ब्लफमास्टर

Informalz
1400 hrs - बेग, बोरो, स्टील


Photog - 2204
1600 hrs - एंटी-कैम्पेन

SAC Hall
1200 hrs - डांस वर्कशॉप
1430 hrs - डांस वर्कशॉप
2100 hrs - स्ट्रीट डांस

SKY
1100 hrs - ब्लैक या व्हाइट
1500 hrs - बुल्स आई

उपरोक्त कार्यक्रम किसी भी पूर्व सूचना के बिना परिवर्तन के अधीन है. किसी भी प्रश्न के लिए कोन्ट्रोल्ज़ विभाग से संपर्क करें |

ओएसिस में पहले दिन में हम और आप..

आपको संछिप्त में एक ब्यौरा दे दें की ओएसिस के पहले दिन क्या-क्या हुआ और कैसा ?

तरंग और फ्यूज़न जैसा की इनसे अपेक्षाएं थीं, पूरी खरी उतरीं | जनता ने भी ऑडी में अपने पैर जमा कर बैठने में कोई दिक्कत नहीं हुई क्योंकि सभी प्रस्तुति लाजवाब थी | फ्यूज़न के बारे में हम आपको पहले ही बता चुके हैं |
तरंग में बिट्स गोवा ने वंदे मातरम को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत करके सबके दिल जीत लिए | अन्य प्रस्तुतियां मोतीलाल नेहरू और हंसराज की रही जिसमें थोड़ा शास्त्रीय का मिश्रण था |
तरंग के विजेता कुछ इस प्रकार है :
प्रथम - बिट्स पिलानी
द्वितीय - बिट्स गोवा
तृतीय - मोतीलाल नेहरू
चतुर्थ - हंसराज कॉलेज

के.के.
के.के. के बारे में हम आपको बता चुके हैं |विस्तृत जानकारी के लिए ओएसिस - दर्पण पढ़ते रहिये |

रॉक्टेव्स एलिम्स
रॉक्टेव्स एलिम्स अभी भी चल रहा है और सुबह करीबन 6-7 बजे तक चलने की उम्मीद है | ख़बर मिलने तक 2 बैंड ने अपनी प्रस्तुति दे दी थी | ऑडी का माहौल कुछ ऐसा था की लोग रॉक में सोने से वंचित नहीं थे | पर फ़िर भी रॉक लवर्स अपने जोश को कायम रखे हुए थे|

क्षणिका - निरसन [Elimination] राउंड 1
निरसन [Elimination] राउंड 1 के नतीजे कुछ इस प्रकार हैं :
1.) एस.वेंकटेश -बिट्स गोवा
2.) रोहित - एम.ए.आई.टी. दिल्ली
3.) वैभव - बिट्स पिलानी

नतीजे :

अन्ताक्षरी
प्रथम : आभास उरमलिया/ मयंक अगरवाल [बिट्स पिलानी]
द्वितीय : क्रति गर्ग/शुशांत लीला [आई.पी.एस इंदौर]

फ्री सी
प्रथम : नेहा मल्हावी [गार्गी डी.यु.]
द्वितीय : बोर्नव चौधरी [किरोड़ीमल] और सिद्धेश्वर/हिमा किरण [बिट्स पिलानी]

वूमेन ऑफ़ द वर्ल्ड [थीम क्विज]
प्रथम : वरून एम/शालिनी लाहिरी/लक्ष्मी पी एस [बिट्स गोवा]
द्वितीय : थिरुविक्रमन/सिद्धार्थ रवि/नवीन [बिट्स पिलानी]

ट्रेझर हंट
दोनों विजेता बिट्स पिलानी से |

फोटोग्राफी क्लब का उद्घाटन :
इन सबके अलावा फोटोग ने भी अपने कमरे का विमोचन करवाया श्री रघुरामा जिसमें मुख्य अतिथि थे और श्री राव और उनकी पत्नी भी मौजूद थे | फोटोग ने कुल 4 श्रेणी बनाई है : स्ट्रीट, नेचर, पोर्ट्रेट और नाईट | फोटोग के इवेंट एक्सपोज़र में करीबन 100 प्रवृष्टियां बाहरी प्रतियोगियों से आ चुकी है | अंत में श्री रघुरामा को परिदृश्‍य [Panoramic] स्मृतिचिह्न के रूप में दिया गया | श्री राव और उनकी पत्नी को बिरला मन्दिर की रात की तस्वीर स्मृतिचिह्न के रूप में दी गई |

इन सब इवेंट्स की विस्तृत जानकारी के लिए कृपया हमारा दैनिक प्रकाशन "दर्पण" पढ़ें | यह कैम्पस में हर शाम उपलब्ध है और इसके अलावा आप इसकी एक कॉपी हमारे ब्लॉग के ज़रिये डाउनलोड भी कर सकते हैं |

"बीते लम्हें" याद आते रहेंगे...

ना ही कभी ऐसी प्रस्तुति हुई होगी और ना ही ऐसे दर्शक कहीं देखने को मिलेंगे |
आज अगर आप ऑडी नहीं गए तो यह आपका दुर्भाग्य ही समझें | लेकिन कोई बात नहीं हम आपको ऑडी की ख़बरों से रूबरू करवाते हैं जिसका समापन 11:30 पर हुआ |
ऑडी में के.के का कार्यक्रम करीबन 9 बजे शुरू हुआ जो कि करीबन 2:30 घंटे चला और शायद ही कोई ऐसा क्षण होगा जब जनता अपने हाथों और आवाजों को नीचे करके शांत बैठी हो |
ज़बरदस्त प्रस्तुति और पूरा ऑडी सातवें आसमान पर | ना इतना गज़ब प्रोग्राम हुआ था और शायद ही इससे कभी इससे बेहतर हो |
गानों की तो जैसे बौछार ही लग गई थी | ज़ोरदार आवाज़ और कूट-कूटकर भरा जोश |
के.के ने आँखों में तेरी, खुदा जाने, आशाएं, यारों दोस्ती जैसे हिट गानों के अलावा अन्य कई गाने भी गाए और जनता अपनी जगह से मानों हिलने की चाह को भी पूरा ना कर पा रही हो |
के.के के अलावा एक ड्रमर, एक लीड गिटारिस्ट, एक बास गिटारिस्ट और एक कीबोर्ड प्लेयर ने भी अपनी मनमोहक प्रस्तुति दी |
विस्तृत जानकारी के लिए आप हमारा प्रकाशन-"दर्पण" पढ़ते रहिये |

Tuesday, October 21, 2008

फ्यूज़न


फ्यूज़न को शुरू होने में एक घंटे की देरी हुई लेकिन दर्शकों को यह भारी नहीं पड़ा क्योंकि इसके बाद उन्हें एक से एक ज़बरदस्त प्रस्तुति देखने को मिली | कुल मिलाकर 6 प्रस्तुति हुई और सभी का लोगों ने तालियों से अभिवादन किया | सभी प्रतिभागी टीमों को 5 मिनट का सेटअप समय और 10 मिनट का निष्पादन [performance] समय दिया गया |
भाग लेने वाली टीमों में बी.आर.सी.एम, बिट्स-गोवा, मोतीलाल नेहरू, बिट्स-पिलानी, बी.आई.टी मेसरा और फैकल्टी ऑफ़ म्यूजिक मौजूद थे |
बिट्स-गोवा, बिट्स-पिलानी और फैकल्टी ऑफ़ म्यूजिक ने सबसे ज़्यादा तालियाँ बटोरीं | बिट्स-पिलानी में जब तबला वादक ने गिटार पर जा कर उसपर हाथों से ताल बजाय तो जनता ने ज़बरदस्त तालियों से इस निष्पादन की भूरी-भूरी प्रशंसा की |
इसके अलावा फैकल्टी ऑफ़ म्यूजिक के तीन प्रतिभागियों ने अपनी ग्रहण की हुई कला का प्रदर्शन किया तो लोगों ने दातों टेल ऊँगली चबा ली और हाथों से ताल की ताली बजा दी |
नतीजा चाहे कुछ भी हो लेकिन नौजवानों में इतनी काबिलियत और जोश तो बस देखते ही बनता है और यहाँ पे सभी डॉन हैं, विजेता हैं |

क्षणिका

जगह - 2220 ET
समय - 12 से 2
HAS द्वारा आयोजित यह इवेंट में जनता की कमी महसूस की गई | शायद तरंग और फ्यूज़न जो कि फिलहाल ऑडी में चल रहा है | आपको जानकारी दे दें की अभी अभी फ्यूज़न समाप्त हुआ है | जानकारी थोड़ी देर में |
हाँ तो HAS द्वारा आयोजित क्षणिका में पहले प्रतिभागियों को ET के बारे में बोलने को कहा गया - पूरे एक मिनट | इसमें बिट्स के वैभव ने अच्छी कविता सुनाई जिसे काफ़ी सराहा गया |
तत्पश्चात 6 प्रातिभागियों को मंच पर बुलाया गया और फिलहाल 2 चक्र हो चुके हैं | आपको अन्तिम विजेता और नतीजे की जानकारी जल्द ही प्राप्त होंगे हमारे ब्लॉग के ज़रिये |
ध्यान देने वाली बात यह रही की हिन्दी क्लब का इवेंट होने के बावजूद इसमें हिंगलिश का इस्तेमाल भी हो रहा था |वैसे लोगों की ज़्यादा सहभागिता के लिए यह ज़रूरी भी है |

ओएसिस डीबेट

5105 और 5106 में ओएसिस डीबेट चल रहा है |
16 टीमों की मौजूदगी से पता चलता है कि सिम्पोसिआर्क का यह इवेंट काफ़ी सफल रहेगा |
आपको बता दें की यहाँ पर कुछ ऐसे शीर्षकों पर गहन वाद-विवाद चल रहा है :
1. समलैंगिक जोडों द्वारा बच्चों को गोद लेना |
2. आनुवंशिक रूप से संशोधित खाद्य पदार्थ को गम लेबल देना |
ऐसे विवादास्पद विषयों पर जब हमारे जैसे तरुण छात्र चिंतन करेंगे तो शायद इस समाज में काफ़ी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे |
फिलहाल तो निरसन [एलिमिनेशन] राउंड चल रहा है | आगे-आगे देखिये होता है क्या |
आप हमारे साथ जुड़े रहिये और हम आपको ओएसिस के साथ जोड़े रखेंगे |

आज : 21/10/2008 , मंगलवार के कार्यक्रम

ऑडी
1000 hrs - तरंग और फ्यूज़न
1900 hrs - के.के.
2200 hrs - रॉक्टेव्स एलिम्स

ET-2220
1000 hrs - मॉक पार्लियामेन्ट - निरसन [Elimination] राउंड 1
1100 hrs - क्षणिका - निरसन [Elimination] राउंड 1
1400 hrs - अन्ताक्षरी
1700 hrs - स्नूप डॉग्स

2217
1400 hrs - कोरियो निरसन [Elimination] राउंड

2219
1400 hrs - वॉयस अ वर्स
1630 hrs - पोटपौर्री

FD-II QT
1430 hrs - ट्रेझर हंट
2220 hrs - NSS फ़िल्म

5101
1200 hrs - फिल्मी मुकाबला निरसन [Elimination] राउंड


5102
1100 hrs - थीम्ड क्विज
1500 hrs - ओएसिस डीबेट निरसन [Elimination] राउंड 2

5105
1000 hrs- ओएसिस डीबेट निरसन [Elimination] राउंड 1

D-Lawns
1330 hrs - स्ट्रीट प्ले

2204 - Photog
1600 hrs - ऑन द स्पॉट

SAC Hall
1000 hrs - स्ट्रीट डांस निरसन [Elimination] राउंड
1300 hrs - डांस वर्कशॉप
1530 hrs - डांस वर्कशॉप

SKY
1030 hrs - फ्री C
1500 hrs - हाई फ्लाई

उपरोक्त कार्यक्रम किसी भी पूर्व सूचना के बिना परिवर्तन के अधीन है. किसी भी प्रश्न के लिए कोन्ट्रोल्ज़ विभाग से संपर्क करें |

स्वागत,मस्ती,माईम,नाच,यादें....-उदघाटन समारोह और एलुम्नाई बैंड

तो करीबन 2 महीनों की मेहनत और लगन ओएसिस के उद्घाटन समारोह में अपना रंग दिखा ही गई | ऑडिटोरियम कुछ इस तरह भरा पड़ा था, मानों बाकी पूरे कैम्पस में सन्नाटा छाया हुआ हो | कोई अपनी विंग, तो कोई अपने क्लब, तो कोई अपने ग्रुप के साथ केवल एक ही जगह समय पर पहुंचनें की जल्दी में था - ऑडी |
उद्घाटन कुछ विलंब से शुरू हुआ, करीबन शाम 8:30 - 8:45 बजे |
शुरुआत में सी.सी.टी.वी. ने अपनी उभरती कलाकारी का प्रदर्शन करते हुए उनियो मिस्टिका तर्ज़ पर एक विडियो प्रस्तुत किया जो की काफ़ी सराहनीय रहा | फ़िर आर्ट-एन-डी के चित्रों का विमोचन किया गया जिसका जनता ने तालियों से स्वागत किया | इसके बाद एक-एक करके सभी स्टूकंस को मंचासीन किया गया | तत्पश्चात प्रेज़ और जेन सेक ने उपकुलपति और मुख्य अतिथि को मंचासीन किया |

फ़िर प्रेज़, मुख्य अतिथि - श्री संजीव कुमार साही जो की HAL,बंगलोर के निदेशक हैं, डॉ.एल.के.माहेश्वरी और जेन सेक ने अपनी तरफ़ से ओएसिस के लिए कुछ शब्द कहे |


अब बारी थी माईम और डांस क्लब की | जनता कुछ भाषण सुनकर [ मुख्य अतिथि बिट्स में आने पर थोड़े भावुक हो गए थे] अब बोर हो रही थी और इस समय माईम क्लब और डांस क्लब की प्रस्तुति ने इस बोरियत को काफ़ी हद तक कम कर दिया | माईम क्लब के KG मेस, वर्कशॉप प्रैक्टिस, बाइनरी सर्च,इत्यादि जैसी बातों पर तो जनता जैसे हंसें बिना ना रह सकी |

डांस क्लब की तरफ़ से खोलो खोलो, छैय्याँ छैयां,स्टेप अप और आई पप्पी गानों पर काफ़ी सराहना मिली और यह एक सफल प्रयास रहा अपनी काबिलियत पर खरी उतरने पर |

कार्यक्रम करीबन 12:15 पर ख़त्म हुआ |
इसके बाद 1:30 बजे एलुम्नाई बैंड "अकुस्टिक एजिटेशन" - 1976 बैच ने करीबन 4 बजे तक अपनी प्रस्तुति दी और ऑडी का इस समय तक लोगों से भरा होना इस बात को प्रमाणित करता है की उनका कार्यक्रम काफ़ी सफल रहा | उन्होंने ज्यादातर 1970 और उसी समय के अंग्रेज़ी गीत गाए जो की काफ़ी पसंद किया गया | अंत में उन्होंने जब अपने समय में रचित गानों को सुनाया तो जनता झूमे बगैर न रुक सकी | हमारी तरफ़ से सभी एलुम्नाई को हार्दिक शुभकामाएं कि इस उम्र में भी उनका जोश रोम-रोम से बोलता है | स्वागत है आपका हमेशा |
आर्ट-एन-डी की संरचना का विमोचन मुख्य अतिथि ने किया |

आगे है : आज की अनुसूची [Schedule] , लौंज पिरान्हा और एलुम्नाई बैंड से एक मुलाकात |

Monday, October 20, 2008

ओएसिस में आज के आकर्षण :

उदघाटन समारोह : शाम 7:30 बजे [मुख्य अतिथि - संजीव कुमार साही]
एलुम्नाई बैंड : रात्री 1 बजे [अकुस्टिक एजिटेशन - 1976 बैच]

आपको बता दें की हर साल उदघाटन समारोह में म्यूजिक क्लब, डांस क्लब और माइम क्लब अपनी प्रस्तुति देते हैं | इसके अलावा मुख्य अतिथि, उपकुलपति, स्टूकन्स, अध्यक्ष [President], महासचिव [General Secretary] को मंच पर बुलाया जाता है और ओएसिस के बारे में दो शब्द मुख्य अतिथि, उपकुलपति, अध्यक्ष और महासचिव कहते हैं | आर्ट-एन-डी की चित्रकला/संरचना का भी उदघाटन के समय में ही विमोचन किया जाता है | पूरे कार्यक्रम के दौरान सी.सी.टी.वी. के वीडियोज का आप आनंद उठा सकते हैं |

आप ऑडी के सामने D-Lawns में आर्ट-एन-डी की संरचना को देख पाएंगे | M-Lawns, C'not, SAC और ANC आपके खाने की ज़रूरतों को पूरा करने में शत-प्रतिशत सफल रहेगा |
इसके अलावा आप पहले दिन का लुत्फ़ अपने दोस्तों,अपने क्लब/डिपार्टमेन्ट के सदस्यों या अपने "उनके" साथ आस-पास की मौज-मस्ती और चहल पहल देख कर भी उठा सकते हैं |

आशा करते हैं की आप सभी उदघाटन समारोह, बैंड प्रस्तुति और चहल-पहल का पूरा मज़ा लूटेंगे और इस ओएसिस की शुरुआत आप सभी के लिए सर्वश्रेष्ठ रहेगा |

लौंज पिरान्हा, उदघाटन समारोह कैसा रहा, कल की अनुसूची [Schedule] की जानकारी के लिए आप ब्लॉग पढ़ते रहिये |

ओएसिस की तैयारियां चित्रों के जरिये...

एक झलक तैयारियों की : उद्घाटन समारोह से बस 20 घन्टे पहले :

M-Lawns में स्टॉल लगाने में व्यस्त लोग :

कुछ स्टॉल पूरी तरह से लोगों के खाने-पीने की देखभाल के लिए तैयार हैं :

Rec N Acc
अपने काम में व्यस्त :

फोटोग्राफी क्लब अपने कमरे की साज-सज्जा में व्यस्त :

Art N Dee
अभी भी अपने काम में पूरी तरह से तल्लीन :

हिन्दी ड्रामा क्लब अपने अभ्यास में मशगूल :
Art N Dee चित्रों को अन्तिम रूप देते हुए :

यही वो जगह है जहाँ आज इसी समय लोगों का भारी मेला लगने वाला है : ऑडिटोरियम

ऑडिटोरियम के बाहर क्लब्स/डिपार्टमेन्ट्स द्वारा EG बोर्ड्स पर अपने-अपने इवेंट्स का प्रचार :

ओएसिस हिन्दी प्रेस अपने इवेंट्स के पोस्टर के साथ :
C'not में सूना पड़ा रहा होटलों का कारोबार : (सभी काम में व्यस्त हैं शायद इसीलिए)

आगे दिन में : लौंज पिरान्हा के बारे में आपके लिए ख़ास
तब तक कमर कसके तैयार हो जाइये 96 घंटों की बिन रूकावट मस्ती के लिए !!!

"चार लाइन सुना रियो हूँ " - पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा

सुरेन्द्र शर्मा - एक ऐसे शख्स जिनको जो लोग जानते हैं, वो खुशनसीब हैं और जो नहीं जानते हैं, वो अवश्य ही खुशनसीब बनना चाहेंगे | पहले आपको बता दें की सुरेन्द्र शर्मा एक महा हास्य कवि हैं जो की हरियाणा के रहने वाले हैं | वो भारत के साथ-साथ विदेशों में भी हिन्दी समझने वालों को हँसते-हँसते लोट-पोट करा चुके हैं |
अब उनकी बात ही कुछ अलग है | पहली बात यह कि वो अपनी हास्य कविताएँ बोलने के बाद भी हँसते नहीं हैं और उनका चेहरा बिल्कुल सीधा का सीधा वैसा ही रहता है जैसे कुछ अलग हुआ ही ना हो | अब यह तो उनका गुण है जो लोग उनके इस अलग अंदाज़ पर ही हंस पड़ते हैं | दूसरी बात यह कि वो अपने हरयाणवी लहजे में जब अपनी कविताओं का पठन करते हैं तो एक अलग ही अपनापण का एहसास दिला जाते हैं और चेहरे पर अनायास ही हँसी आ जाती है |
आपको बता दें की उनकी "चार-लाइना" इतनी प्रसिद्द है कि कविताओं के बीच में वो ये कहते रहते हैं - "कविता से पहले चार लाइन सुना रियो हूँ " और काफ़ी श्रोता तो इस अजब सी आवाज़-अंदाज़ पर फ़िदा हो जाते हैं |
सुरेन्द्र जी अपनी क्षणिक मजाक के लिए भी जाने जाते हैं | वो प्रस्तुत करते वक्त भी काफ़ी हाजिर-जवाबी हैं |
हास्य कविताओं के अलावा उन्होंने "मानसरोवर के कौवे" पुस्तक भी लिखी है जो कि एक व्यंग्य-हास्य विषय पर ही है |

कुछ रोचक बातें श्री शर्मा जी के बारे में :
1.) फिलहाल वो थोडी गंभीर लेखनी करने लगे हैं | उनका मानना है कि हमें पुराने अस्तित्व पर ही गर्व नहीं करना चाहिए पर उसको मज़बूत रखने के लिए भी कर्त्तव्यरत रहना चाहिए |
2.) ऍफ़.एम. रेडियो पर उनका एक कार्यक्रम - "शर्मा जी से पूछो" काफ़ी लोकप्रिय है |
3.) उनको "पद्मश्री" से सम्मानित किया गया है |
4.) शर्मा जी हरियाणा साहित्य अकादमी के डिप्टी डायरेक्टर हैं और दिल्ली अकादमी से भी जुड़े हैं |
5.) कुछ पंक्तियाँ जो उनके काफ़ी करीब हैं :
आज एक बार कहे, आखिरी बार कहे,
क्या पता तुम ना रहो, क्या पता हम ना रहें |
मन्दिर-मस्जिद की या किसी ईमारत की,
माटी तो लगी इसमें मेरे भारत की ||
6.) शर्मा जी अब रात के कार्यक्रमों में कम ही जाते हैं [वैसे इस बार ऑडी में कार्यक्रम शाम 7 बजे से है]

हम श्री सुरेन्द्र शर्मा का तहे दिल से इस ओएसिस पर स्वागत करते हैं और आशा करते हैं की हम सब भी लोट-पोट हो कर इस तनाव और भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी में कुछ क्षण "जी" लें |

यूफोरिया - एक यूफोरिक सोच



















यूफोरिया
- दिमाग में एक ऐसी स्थिति जब इंसान की रचनात्मकता अपने सर्वोच्च रूप में उभर कर आती है और इस परिभाषा को बिल्कुल सही साबित करते हुए यूफोरिया आज लोगों के दिल-ओ-जां में बस चुका है | यही वह पहला बैंड है जिसने HINDROCK जैसे परिकल्पना को सार्थक कर दिखाया था | इन्होनें इलैक्ट्रिक गिटार, तबला, ढोलक, और सितार का इतना सुगम संगम किया कि लोग बस सम्मोहित ही हो गए |

उन्होंने अरेना, स्टेडियम, कॉलेजों, स्कूलों, इंडिया गेट, कनौट प्लेस से लेकर नेपाल, श्रीलंका, दुबई, कनाडा, मॉरिशस, अमेरिका और यूनाइटेड नेशन के जनरल असेम्बली हॉल में अपनी ज़बरदस्त प्रस्तुति दी है |
बैंड अपनी उत्पत्ति के बाद काफ़ी बदल गया है लेकिन 1998 के बाद काफ़ी संतुलित है | यूफोरिया लोगों के बीच "धूमर्स" के नाम से जाने जाते हैं क्योंकि उनकी तीन एल्बम का नाम भी "धूम", "फ़िर धूम" और "री-धूम" है | इसके अलावा "महफूज़" और "गली" इनके दो और एल्बम रहे हैं |
फिलहाल इस बैंड में :
* पलाश
* हितेश
* देबोजीत भादुरी
* बेंजामिन पिंटो
मौजूद हैं | इसके अलावा अब बैंड में पूर्तिकार [बैक-अप] के रूप में अब लड़कियों को भी शामिल किया गया है |

आशा करते हैं की इस ओएसिस "यूफोरिया" एक "यूफोरिक" अनुभव के साथ हम सब को तर-बतर करके जाएगा |

कौन सा क्लब/डिपार्टमेन्ट कहाँ ?

क्लब/डिपार्टमेन्ट कमरा संख्या
आर्बिट्स [Arbits] 2203
आर्ट एन डी [Art n Dee] 3234
ऑडी फॉर्स [Audi Force] 3201
सी.सी.टी.वी [C.C.T.V] 2215
क्रिएटिव ऐक्टीविटीस क्लब [CrAC] 3115
डांस क्लब [Dance Club] 1209, 1207
म्यूजिक क्लब [Music Club] 2158
डोपी [DOPY] 2206
डॉट [DOT] 2212, 2214
इंग्लिश ड्रामा क्लब [EDC] 3215
फैश-पी [FASH-P] 1208
हिन्दी कार्यकारिणी समिति [HAS] 2235
हिन्दी ड्रामा क्लब [HDC] 3245
झंकार [Jhankar] 2216
माईम क्लब [Mime Club] 1232
एन.एस.एस. [N.S.S.] 1223
ओएसिस इंग्लिश प्रेस [OEP] 2222
ओएसिस हिन्दी प्रेस [OHP] 2207
पी.सी.आर [PcR] 2234
फोटोग्राफी क्लब [Photography Club] 2204
पोएट्री क्लब [Poetry Club] 2221
सिम्पोसिआर्क [Symposiarch] 1234

Sunday, October 19, 2008

के.के. - कुछ जानकारी आपके लिए...


जन्मदिन : 23 अगस्त
जन्मस्थान : त्रिचुर, केरला

कृष्ण कुमार कुन्नाथ जिन्हें लोग ज़्यादा बेहतर KK के नाम से जानते हैं को किसी परिचय की ज़रूरत नहीं है | तड़प-तड़प, अजब सी, खुदा जाने, यारों दोस्ती जैसे सुंदर गीतों को अपनी मधुरिम आवाज़ से सजाने वाले और कोई नहीं पर यही शख्स हैं |

KK दिल्ली में पले-बढे हैं और यहाँ Mt सेंट मेरी में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की | उन्होंने किरोडीमल कॉलेज से स्नाताकता [graduation] की और फ़िर कुछ 8 महीनों के लिए जॉब भी किया लेकिन कहते हैं ना, किस्मत में जो लिखा हो तो पूरी कायनात आपको वहीँ खींच कर ले जाती है | ऐसा ही कुछ KK के साथ भी हुआ | उन्हें स्नातक करने के बाद ही एहसास हुआ की संगीत ही उनकी दुनिया है और इस समय तक उन्होंने अपने दोस्तों के साथ एक बैंड भी बना ली थी जिसमें वो एक ड्रमर थे | KK किशोर कुमार के बहुत बड़े प्रशंसक हैं और उनके आदर्श भी | बैंड बनाने के बाद वो हिन्दी छोड़कर अंग्रेज़ी गाने गाने लगे थे | Floyd, Extreme, Sting, Billy Joel, Guns 'N' Roses, Deep Purple and Jethro Tull उनके कुछ सबसे पहले चहेते बैंड्स में से थे | इसके बाद वो कॉलेज के तीन अलग बैंड्स में भी मुख्य गायक थे |
उन्होंने “Everything I Do, I Do It For You ...”to Mr Big’s “Just Take My Heart” जैसे गानों को भी निभाया जिससे उनकी बहुमुखी प्रतिभा का ज्ञान होता है |
इसके बाद KK ने कुछ विज्ञापनों के लिए भी गाया और बाद में माया की नगरी मुंबई में अपने पैर जमाने की कोशिश की | यहाँ पर आ कर भी उन्होंने कई विज्ञापनों को अपनी आवाज़ दी और जल्द ही विज्ञापन जगत के लोगों को इनकी कला में एक जोश वाली बात नज़र आई |
1994 में लेसली लुईस ने इन्हें UTV के किसी विज्ञापन के लिए जिंगल पेश की जो इनकी संगीत जीविका में एक महत्त्वपूर्ण मोड़ ले कर आई | KK ने 4 सालों में कुछ 3500 जिंगल्स गाये और वो भी 11 अलग अलग भाषाओं में !!!
कला के धनी, KK अब पीछे मुड़कर देख ही नहीं सकते थे क्योंकि अब उनके पास इसके लिए समय ही नहीं था | अब उन्हें ए.आर.रहमान, इस्माईल दरबार जैसे चोटी के संगीतकारों से भी गीतों के पेशकश आने लगे और KK ने भी उनके विश्वास को नहीं तोडा और एक के बाद के हिट गानों की बौछार लगा दी | और बाकी सब तो अब इतिहास के पन्नों में ही दर्ज रहेगा |

कुछ रोचक जानकारियाँ KK के बारे में आप सभी के लिए :
1.) अभी तक KK ने 8 अलग अलग भाषाओं में गाने गाए हैं |
2.) कुछ यादगार जिंगल्स - मोंटे कार्लो, सनी बजाज, टी.वी.एस स्कूटी, एशियन पेंट्स, कोका कोला, जम्पिन’, यो फ्रूटी, कोलगेट जेल, क्लोस़प, सिंथोल, अमूल चीज़, पेप्सीये दिल मांगे मोर|
3.) जस्ट मोहब्बत और हिप हिप हुर्रे जैसे टी.वी. सीरियल के शीर्षक गीत भी KK ने गाए हैं |
4.) उनकी पहली एल्बम - "पल" एक ज़बरदस्त हिट रही थी |
5.) KK के बैंड में कारी पीटर्स (बास), कल्याण बरुआ(लीड गिटार और हारमोनियम), कर्ट पीटर्स(ड्रमर)
और रिंकू राजपूत (कीबोर्ड) हैं |
6.) उनका पहला बॉलीवुड गीत : "छोड़ आए हम" (माचिस) था पर उनका
पहला हिट गाना तड़प तड़प (हम दिल दे चुके सनम) रही |
7.) बचपन में KK डॉक्टर बनना चाहते थे |
8.) उनकी दूसरी अल्बम "हमसफ़र" है जिसमें उन्होंने एक गाना अपनी पत्नी ज्योति को समर्पित किया है |
9.) KK ने कई कॉलेजों में भी प्रस्तुति दी है जैसे - आई.आई.टी कानपूर - नवम्बर 2005, एन.आई.टी तिरुचिरापल्ली - सेप्टेम्बर 2007, एन.आई.टी सुरतकल - फरवरी 2008, जे.आई.आई.टी.यु नॉएडा - मार्च 2008, नेताजी सुभाष इंजीनियरिंग कॉलेज कोलकाता - अप्रैल 2008 |

तो आप सभी के लिए पेश है KK उर्फ़ कृष्ण कुमार कुन्नाथ इस बार बिट्स-पिलानी में ओएसिस-2008 उनियो मिस्टिका में |