Tuesday, October 21, 2008

फ्यूज़न


फ्यूज़न को शुरू होने में एक घंटे की देरी हुई लेकिन दर्शकों को यह भारी नहीं पड़ा क्योंकि इसके बाद उन्हें एक से एक ज़बरदस्त प्रस्तुति देखने को मिली | कुल मिलाकर 6 प्रस्तुति हुई और सभी का लोगों ने तालियों से अभिवादन किया | सभी प्रतिभागी टीमों को 5 मिनट का सेटअप समय और 10 मिनट का निष्पादन [performance] समय दिया गया |
भाग लेने वाली टीमों में बी.आर.सी.एम, बिट्स-गोवा, मोतीलाल नेहरू, बिट्स-पिलानी, बी.आई.टी मेसरा और फैकल्टी ऑफ़ म्यूजिक मौजूद थे |
बिट्स-गोवा, बिट्स-पिलानी और फैकल्टी ऑफ़ म्यूजिक ने सबसे ज़्यादा तालियाँ बटोरीं | बिट्स-पिलानी में जब तबला वादक ने गिटार पर जा कर उसपर हाथों से ताल बजाय तो जनता ने ज़बरदस्त तालियों से इस निष्पादन की भूरी-भूरी प्रशंसा की |
इसके अलावा फैकल्टी ऑफ़ म्यूजिक के तीन प्रतिभागियों ने अपनी ग्रहण की हुई कला का प्रदर्शन किया तो लोगों ने दातों टेल ऊँगली चबा ली और हाथों से ताल की ताली बजा दी |
नतीजा चाहे कुछ भी हो लेकिन नौजवानों में इतनी काबिलियत और जोश तो बस देखते ही बनता है और यहाँ पे सभी डॉन हैं, विजेता हैं |

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