Saturday, March 13, 2010

मिथाली – 2010

इस बार ‘मिथाली’ हालाँकि अपने निर्धारित समय सायं पाँच बजे से डेढ़ घंटे देर से  6.30 बजे आरम्भ हुआ फिर भी लोग उसको लेकर अत्यंत  उत्साहित थे  | मिथाली की शुरुआत ‘म्यूजिक क्लब’ के धमाकेदार प्रदर्शन से हुई | जहाँ एक तरफ ‘मस्ती की पाठशाला..’,’घन-घन घोर कारे छाये बदरा…’,’कन्धों से कंधे क़दमों से कदम …’ इत्यादि गानों ने लोगों को झूमने पर विवश  कर दिया वहीँ दूसरी तरफ ‘जिया जले जान जले …’,’सइयाँ….’जैसे गानों से लोग भावविभोर हो गए | इसके बाद माइम क्लब के प्रदर्शन में उनके चुटकलों और व्यंग्यात्मक प्रसंगों पर लोगों ने जमकर ठहाके लगाये | इसी के बीच – बीच में डांस क्लब ने अपने प्रदर्शन से लोगों को का मन मोह लिया | माइम क्लब के कुछ चुटकुले मुख्य तौर पर बिट्सियन जीवन पर आधारित थे जैसे कि ‘एफ डी माँगोगे तो तीन देंगे एम्. बी. माँगोगे तो चीर देंगे’ लोगों को बहुत पसंद आये | इसके अलावा उनके वोडाफोन के विज्ञापन की नक़ल , संसद की कार्यवाही ,’मास्क शो ‘,’काउंटर स्ट्राइक’ इत्यादि के प्रदर्शन से लोग गुदगुदाने पर मजबूर हो गए | इस बार डांस क्लब भी अपने अलग ही रंग में नज़र आया | उनका लगभग हर प्रदर्शन किसी न किसी विषयवस्तु पर आधारित था जिसमें उनकी एक विषयवस्तु लड़कियों की  भ्रूणहत्या पर आधारित थी जो सराहनीय थी | डांस क्लब ने लोकनृत्य, आधुनिक, पाश्चात्य, अर्ध-पाश्चात्य इत्यादि विभिन्न नृत्यशैलियों पर अपनी प्रस्तुति दी | चार घंटों के  मनोरंजन से परिपूर्ण इस कार्यक्रम ने इस तकनीकी उत्सव में सांस्कृतिक  पुट डाल दिया |

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