Monday, January 16, 2012

अलुम्नाई रिसर्च टॉक्स

अलुम्नाई रिसर्च टॉक्स का उदघाटन प्रो. नवनीत गोयल  ,प्रो. ऋषिकेश वैद्य एवं प्रो. पारितोष शुक्ला ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया| उद्घाटन के उपरांत प्रशांता भट्टाचार्य ने इन्फॉरमेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी फॉर डेवलपमेंट पर आधारित अपने वक्तव्य की प्रस्तुति दी जो अत्यधिक ज्ञानवर्धक होने के साथ साथ सरस एवं अति सौहार्द्रपूर्ण भी थी, इस कार्यक्रम की इससे बेहतर शुरुआत की कल्पना शायद ही की जा सकती थी| वक्तव्य का प्रमुख उद्देश्य संचारण तकनीकों का प्रयोग कर गरीबी दूर करना था| सबसे पहले अपने इस लक्ष्य को सफल बनाने के लिए प्रशांता ने आई .सी .टी  फॉर  डेवेलपमेंट के प्रचार को वरीयता देने के साथ साथ सशक्त तकनीक के मजबूतीकरण पर भी विशेष ध्यान एवं समय दिया है| उन्होनें अपने इस लक्ष्य और सोच के पीछे माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च समर स्कूल का बहुत बड़ा योगदान बताया और वे बिट्सियन जनता को इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं क्योंकि यहाँ विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों से आये हुए विद्वानों एवं विद्यार्थियों से युक्त पल्लवित वातावरण मिलता है जो पुस्तकीय ज्ञान के अतिरिक्त कई बार  अपने जीवन के लक्ष्य का भी निर्धारण कर देता है और साथ ही साथ हम कई प्रायोगिक समस्याओं से लड़ने में भी सक्षम हो जाते हैं| इसी परिपेक्ष में   माइक्रोसॉफ्ट द्वारा आयोजित विंटर और समर स्कूल की जानकारी भी उन्होंने दी| केमिकल इंजीनियरिंग छोड़कर अल्गोरिथम और प्रोग्रामिंग में विशेष रूचि होने के कारण अपना मार्ग परिवर्तित कर अभिषेक अपनी रूचि के अनुसार कार्य करने की सलाह बिट्सियन जनता को देते हैं| कार्यक्रम में आये हुए सभी वक्ताओं से बात करने पर उन्होंने हमें बताया कि उन्हें बिट्स आकर अच्छा महसूस हो रहा है| विनीत इस रिसर्च टॉक्स को "अमेच्योर रिसर्च टॉक्स" कह कर संबोधित करते हैं जिस पर बिल्डिंग ब्लॉक्स ऑफ़ सुपर कम्प्यूटर्स” पर आधारित वक्तव्य देने वाले स्वप्निल कहते हैं कि निश्चित तौर पर हमारे पास अनुभव की कमी है परन्तु दिन-प्रतिदिन वृद्धि करने वाले कंप्यूटर सेक्टर के लिए यह कहना उचित नहीं होगा क्योंकि जो अलुम्नाई आज से दस-पंद्रह साल पहले बिट्स से पास आउट हो चुके हैं वे कई आधुनिक अल्गोरिथम एवं नए तरीकों से अनभिज्ञ हो सकते हैं, साथ ही ऐसे कई प्रतिष्ठित अलुम्नाई बिट्स आकर शायद ही इस तरह के कार्यक्रमों में अपना वक्तव्य प्रस्तुत करेंगे| उनका कहना है कि क्योंकि वे कुछ ही वर्ष पूर्व बिट्स से पास आउट हुए हैं अतः आज के विद्यार्थियों से ज्यादा बेहतर तरीके से जुड़ सकते हैं और कॉलेज से निकलने
के बाद आज-कल आने वाली परेशानियों और समस्याओं को बेहतर पहचानते हैं|


1 comment:

  1. Just a small correction. The intent was only to say that the older alumni might not be familiar with issues that students face with the new stuff in CS. We would never question the alumni's own knowledge of the cutting edge stuff. :)

    Thanks for this post. It was great talking to you guys!

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