शनिवार,11 फरवरी 2012 को बिट्स ऑडी में “हिन्दी ड्रामा क्लब" द्वारा भड्मानुस नाटक का मंचन किया गया| गौरतलब है कि बिट्स में 2011-12 दूसरे सेमेस्टर में यह पहला मंचन प्रस्तुत किया गया| नाटक में विविध परिस्तिथियों में मानव की नकारात्मक भावनाओं के विस्फोट को साकार प्रस्तुत किया गया| तीन मुख्य पात्रों के बल पर समाज में नारी के प्रति निम्न मानसिकता अपराधवृति के कारणों और विक्षिप्त, उदासीन,तथा औपचारिक कानून व्यवस्था को परस्पर जोड़ कर नाटक को कला के सूत्र में बाँधा गया| जब बात प्राथमिक आवश्यकताओं की हो और जान पर बन आये तो मानवता का रिश्ता तो दूर की बात, आपसी रिश्ते भी स्वार्थी हो जाते हैं और मानव के भीतर का भेड़िया बाहर निकल आता है, यही संदेस्श जनता तक पहुँचाने का इस नाटक में भरसक प्रयास हुआ| रात 8.00 बजे से 10.00 बजे तक फेकल्टी और बिट्सियन जनता की मौजूदगी में चले इस नाटक मंचन को प्रकर्ष गुंजल और जेनाब बोहरा ने पूरी एच.डी.सी. टीम के सहयोग से निर्देशित किया| डाकू तन्जोमारु का किरदार क्षितिज सक्सेना व अद्वैत ने और लड़की का अपूर्वा भंडारी ने निभाया| सौरभ व अक्षय ने नाटक में जज की भूमिका निभाई |
यह नाटक अपने सीमित दायरे में मनोरंजक था परन्तु पिछले सेमेस्टर हुए यादगार नाटक "पैबंद" को देखने के बाद बिट्सियन जनता कुछ अधिक आशाओं के साथ आई थी जो इस नाटक के साथ पूरी नहीं हो सकीं| हालाँकि इस सेमेस्टर में एच.डी.सी. 2 और नाटकों का मंचन करने को प्रयासरत है और हम यही आशा करते हैं कि आगे आने वाली प्रस्तुतियाँ इससे बेहतर और अधिक मनोरंजक होंगी|
यह नाटक अपने सीमित दायरे में मनोरंजक था परन्तु पिछले सेमेस्टर हुए यादगार नाटक "पैबंद" को देखने के बाद बिट्सियन जनता कुछ अधिक आशाओं के साथ आई थी जो इस नाटक के साथ पूरी नहीं हो सकीं| हालाँकि इस सेमेस्टर में एच.डी.सी. 2 और नाटकों का मंचन करने को प्रयासरत है और हम यही आशा करते हैं कि आगे आने वाली प्रस्तुतियाँ इससे बेहतर और अधिक मनोरंजक होंगी|
nice review!!
ReplyDeletebadhiya sameeksha kari h... :P